Adopt a Heritage- ‘Apni Dharohar, Apni Pehchaan’
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पर्यटन विभाग, भारत सरकार द्वारा एक मुहिम का आरंभ किया गया है जिसका नाम है “अडॉप्ट अ हेरीटेज़: अपनी धरोहर अपनी पहचान”, जिसके अंतर्गत पर्यटन विभाग, संस्कृति विभाग, भारतीय पुरातत्त्व सर्वेशन विभाग इवान राज्य सरकारों के माध्यम से प्राचीन स्मारकों एवं पुरस्थलों को पर्यटन के क्षेत्र के रूप में विकसित करने हेतु योजनाबद्ध तरीके से प्रयास किया जाएगा | इस परियोजना का उद्देश्य विभिन्न प्राइवेट कंपनी, सार्वजनिक कंपनी, कॉर्पोरेट सिटिज़न, एनजीओ एवं अन्य सभी स्टेकहोल्डेर्स को आमंत्रित एवं प्रेरित किया जाएगा कि वे भारत सरकार कि इस योजना के तहत ‘मोन्यूमेंट मित्र’ बने एवं इन स्थलों के विकास, जीर्णोंद्धार, पर्यटन के विकास एवं मूलभूत आधुनिक सुविधाएं प्रदान हेतु कार्य करें |
पुरातत्त्व विभाग दिल्ली द्वारा इस परियोजना के अंतर्गत M/s Bird Heritage Foundation के साथ अपने दो स्मारकों यथा ‘गोल गुंबद’ एवं ‘बड़ा लाओ’ का गुंबद हेतु MoU पर हस्ताक्षर किया गया है | इसके साथ ही M/s The Arts and Cultural Heritage Trust (TAACHT) & M/s Museum and Arts Consultancy (MAC) के साथ ‘दारा शिकोह लाइब्रेरी बिल्डिंग’ हेतु MoU हस्ताक्षरित किया गया है |
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List of Adopted Monuments
- गोल गुंबद, लोदी रोड फ़्लाइओवर (रिसबर्ड हेरिटेज फाउंडेशन के द्वारा 2019 से 2024 तक अडॉप्ट किया गया था)
- बड़ा लाओ का गुंबद, वसंत विहार (रिसबर्ड हेरिटेज फ़ाउंडेशन के द्वारा 2019 से 2024 तक अडॉप्ट किया गया था)
- दारा शिकोह पुस्तकालय भवन, कश्मीरी गेट को (M/S TAACHT) तथा (MAC- म्यूज़ियमस एवं आर्ट्स कंसल्टेंसी) के द्वारा मार्च 2021 से अडॉप्ट किया गया है |
इसके साथ ही प्राचीन स्मारकों के प्रति दिल्ली के आम नागरिकों में जागरूकता फैलाने हेतु सीबीएसई के द्वारा भी अडॉप्ट-अ-मोन्यूमेंट योजना को चलाया जा रहा है, चूँकि विद्यार्थियों के लिए प्राचीन भारतीय संस्कृति एवं इतिहास की शिक्षा उनके इतिहास एवं सामाजिक विज्ञान के ज्ञान को बढ़ाने के लिए आवश्यक है जिससे उनके मध्य प्राचीन इतिहास एवं वर्तमान परिस्थितियों को समझने व उनके भविष्य निर्माण की रूपरेखा तैयार हो सके व वे अपने प्राचीन स्मारकों एवं पुरस्थलों के महत्व को समझ सकें | इस योजना के माध्यम से विद्यालयों को यह अवसर दिया जाता है की वे कोई भी स्मारक (100 वर्ष से अधिक प्राचीन) जो उनके विद्यालय परिक्षेत्र में हो, को वे अडॉप्ट एवं साल भर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों को उस स्मारक विशेष के इतिहास एवं स्थापत्य से अवगत कराया जाए | इस योजन के अंतर्गत विद्यार्थियों को विभिन्न कार्यों जैसे बगीचे की सफाई, रखरखाव, स्मारक की साफ-सफ़ाई, संरक्षण आदि से संबन्धित कार्य सिखाये जाते है | इसके साथ ही उन्हे विभिन्न गतिविधियों जैसे नाटक, स्कीट एवं लोगो में जागरूकता बढ़ाने आदि में सलङ्ग्न किया जाता है, चित्रकला प्रतियोगिता, क्विज, क्ले मॉडलिंग, वाद-विवाद, कार्ड एवं ब्रोशर का निर्माण, कहानी प्रतियोगिता जो स्मारक से संबन्धित हो, पौधारोपण आदि कार्य भी इसमें शामिल है | विभाग द्वारा इस परियोजना में पूर्ण सहयोग एवं प्रोत्साहन किया जाता है |